भ्रष्टाचारियों के मुंह पर,वक्त का तमाचा
डॉ एच सी विपिन कुमार जैन

कार्यक्रम का हुआ आयोजन बलरामपुर जिला मुख्यालय के टेढ़ी बाजार में संचालित बचपन प्ले स्कूल में स्वतंत्रता दिवस के साथ श्री कृष्ण जन्माष्टमी का भव्य आयोजन किया गया विद्यालय के नन्हे मुन्ने रंगारंग देश भक्ति कार्यक्रम प्रस्तुत कर अपनी नन्हीं प्रतिभा को प्रदर्शित किया है। कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय की प्रबंधक शिखा मिश्रा ने झंडारोहण के साथ ध्वज को सलामी दी है । इसके बाद नन्हे-मुन्ने बच्चों ने देशभक्ति गीत, कविताएं एवं रंगारंग देश भक्ति सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करते हुए नन्हीं प्रतिभा को प्रदर्शित किया है।कार्यक्रम में शहीद भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, राजगुरु, सुखदेव सहित कई स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान के बारे में बताया गया, जिससे बच्चों में देशप्रेम की भावना और गहरी हुई।विशेष रूप से, विद्यालय के बच्चे नगर कोतवाली, बलरामपुर भी गए, जहाँ उन्होंने पुलिस अधिकारियों से मुलाकात कर अनुशासन, सुरक्षा और देश सेवा के महत्व को समझा।तिरंगा यात्रा का आयोजन भी किया गया जिसमें बच्चों और शिक्षकों ने पूरे उत्साह के साथ भाग लिया। अंत में विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को मेडल एवं प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया। स्वतंत्रता दिवस के साथ-साथ श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर्व भी विद्यालय में मनाया गया है जिसमें विद्यालय के नन्हे मुन्ने श्री कृष्ण राधा सुदामा का मनमोहक सजीव मंचन करते हुए अभिभावकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। विद्यालय प्रबंधक शिखा मिश्रा ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस एवं श्री कृष्ण जन्माष्टमीपर बच्चों की नन्ही प्रस्तुति निश्चित तौर पर उनके प्रतिभा को प्रदर्शित कर रही है। उन्होंने स्वतंत्रता दिवस पर संबोधित करते हुए कहा कि देश को आजाद करने वाले अमर शहीदों के आदर्शों को आत्मसात करना ही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि होगी। इस दौरान विद्यालय के शिक्षक शिक्षिकाओं का कार्यक्रम के सफल आयोजन में विशेष योगदान रहा है। इस दौरान विद्यालय मैनेजिंग डायरेक्टर उमेश मिश्रा, गुरुकुल एकेडमी स्कूल प्रिंसिपल गुरुदेव विश्वकर्मा, प्रशासक दीपक ओझा, सहित अन्य शिक्षक बुद्धिजीवी शामिल रहे हैं।
19/08/2025
देखो ! कैसा कमजोर बेवस , लाचार दिखाई देता है,
पढ़ा लिखा होकर भी फर्जीवाड़ा करता है।
कागजों में करके हेरा फेरी, जीवित को मुर्दा बना देता है।
यदि मिल जाए हिस्सेदारी, तो मुर्दे को भी जीवित बता देता है।
हड़पकर उसकी नगदी और जमीन को,
फिर करता है उनके हिस्से तीन।
ऐसे मक्कारों की दुकानों को,
बंद करके कर देना चाहिए सील।
गरीबों के साथ न्याय होना चाहिए,
ऐसे अफसर को जरा जेल विजिट करानी चाहिए।
सुना है जेल का फर्श और दीवार बनवा रहा है,
कैदियों और जेलरों से मुलाकात बढ़ा रहा है।
आभास है, उसे कुदरत के नियमों का।
देख रहा है पन्ने कानून के नियमों का।
सुना था, अफसर ईमानदार आया है।
साथ में एक गठरी भ्रष्टाचार की लाया है।
चीख चीख कर बोल रहे हैं, पन्ने।
अब कुछ नहीं होगा नन्हे।
तेरा भ्रष्टाचार बढ़ गया है,
पेट तेरा फट गया है।
अब नहीं न्याय में देर है,
असुविधा के लिए खेद है।
चाय बहुत पीता है।
एक चम्मच शक्कर की कीमत,
दस हजार लेता है।
एक बंगला और एक मोटर गाड़ी जो उसने खरीदी है,
किस्तों की भरपाई, भ्रष्टाचार की झोली थोड़ी-थोड़ी खोली है।
यह जनता ही तो करेगी भरपाई , मेरे भाई।
सुविधा चाहिए तो सुविधा शुल्क दो मेरे भाई।
मामला यदि कोई उजागर हो भी गया,
गंगा मैया बचा लेती हैं, जो डूब गया।
खाकर कसम जूनियर कहता है,
साहब बहुत ईमानदार है।
मगर वक्त का तमाचा ऐसा पड़ा गया,
किसी गरीब की हाय लग गई,
साहब कुर्सी के नीचे गिर गया।
जिस मोटर गाड़ी की किस्त के लिए
कर रहा था, हेरा फे
री।
इस गाड़ी के नीचे पड़ी है, लाश तेरी।
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